सत्तर के दशक की शुरुआत में हिमालय के चमोली, गोपेश्वर जिलों से उभरा विश्व-प्रसिद्ध ‘चिपको आंदोलन’ अब पचास साल का होने आया है। इस आंदोलन में वृक्षों को बचाने के लिए स्थानीय लोग, खासकर महिलाएं पेडों से चिपककर पहली...
डेढ दशक पहले अमरीका के साथ होने वाले जिस परमाणु समझौते को लेकर तब की मनमोहन सिंह सरकर गिरने-गिरने को हो गई थी, आज वही परमाणु ऊर्जा खुल्लम-खुल्ला धंधे में उतर आई हैं। दुनियाभर में गरियाई जा रही यह...
सत्तर के दशक से जोर पकड़ते पर्यावरण-प्रदूषण ने अब ऐसे ‘जलवायु परिवर्तन’ climate change तक की यात्रा पूरी कर ली है जिसमें माताएं बच्चों को जन्म तक देने से बचना चाहती हैं। उनका कहना है कि प्राकृतिक संसाधनों के...
विकास के मौजूदा तौर-तरीकों के चलते दिन-दूनी, रात-चौगुनी बढ़ती गर्मी ने हमें हलाकान कर दिया है। ऐसे में उसके प्रकोप से बचने के अलावा हमारे पास और क्या रास्ता है? भीषण गर्मी में अपने को बचाए रखने की तजबीज...
यदि हम कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन के मौजूदा स्तर को लगभग 10 प्रतिशत यानी 4 अरब टन प्रति वर्ष तक कम करते हैं तो 10 लाख टन हटाने में सक्षम एक डीएसी संयंत्र हमें 13 मिनट के बजाय 2...
कहा जाता है कि हम एक ग्रह और सभ्यता की हैसियत से खुद को लगातार समाप्त करने में लगे हैं। यानि हम जानते-बूझते खुद को खत्म करने के सरंजाम जुटा रहे हैं। ऐसे में समूची कायनात को बचाने के...
इंदौर 23 अप्रैल 2023। वर्तमान समय पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से हरियाली नष्ट हो रही है, पृथ्वी पर हरियाली नष्ट होने से प्रकृति के तत्वों के बीच असंतुलन हो गया है इससे पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है। पेड़ों...
पहली अप्रैल से प्रभावी हो गए ई-वेस्ट मैनेजमेंट नियम को अब सख्ती से लागू किया जायेगा। इस कानून के मुताबिक ई कचरा पैदा करने वाले को ही उसके निष्पादन की जिम्मेदारी भी उठानी होगी। ऐसा न करने वालों से...
कहा जाता है कि भगवान राम, किसी श्राप के वशीभूत 14 साल वन में रहे थे और राजधानी अयोध्या से सुदूर दक्षिण तक गए थे। आजकल राज्य और केन्द्र की सरकारें राम के इसी मार्ग पर Ram Van Gaman...
जल संरक्षण-संवर्धन के भांति-भांति के तौर-तरीकों के बाद अंतत: हम भूजल की शरण में ही आते हैं, लेकिन उसके प्रति हमारा आम, दैनिक व्यवहार क्या है? क्या हमारे मौजूदा दुर्व्यवहार के चलते भूजल बच पाएगा? और क्या ऐसे में...

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