इंदौर 23 अप्रैल 2023। वर्तमान समय पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से हरियाली नष्ट हो रही है, पृथ्वी पर हरियाली नष्ट होने से प्रकृति के तत्वों के बीच असंतुलन हो गया है इससे पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है। पेड़ों की कटाई रोकने तथा नये वृक्ष लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जनजागृति लाने की आवश्यकता है साथ ही प्रकृति एवं जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए दृढ़ संकल्पित होकर जन-जन को प्रकृति प्रेमी बनना होगा।
उक्त विचार विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर ज्ञान शिखर, ओम शांति भवन, इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रम्हाकुमारी हेमलता दीदी ने रखे।
पर्यावरण कार्यकर्ता, पत्रकार एवं संस्था सेवा सुरभि से जुड़े कुमार सिद्धार्थ ने कहा कि इस वर्ष पृथ्वी दिवस की थीम हैं ”इन्वेस्ट इन आवर प्लानेट” । आज हर परिवार-समाज के पारिवारिक समृद्धि के लिए योजनाएं बनाते हैं लेकिन हम मानव सभ्यता के संरक्षण के लिए आने वाली भविष्य पीढी़ को ध्यान में रख प्रकृति संरक्षण के लिए निवेश करने की योजनाएं बनाएं। जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर एवं धरती माँ को हरा भरा करने के लिए स्वयं से पहल करें।
उन्होंने कहा कि 53वें पृथ्वी दिवस का सिंहावलोकन करें तो पाएंगे कि दुनिया के देशों ने अब तक पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर दो सौ- सवा दो सौ से अधिक संधियों पर हस्ताक्षर किये हैं, पर दुनिया के स्तर पर देखेंगे तो वैश्विक पर्यावरण की स्थिति में बहुत ज्यादा बदलाव दिखता प्रतीत नहीं होता, बल्कि स्थितियां भयावह ही दिखती है। हम मनुष्य पृथ्वी की बेशकीमती संपदा का दोहन बहुत तेजी के साथ कर रहे है। जिसके परिणामस्वरूप जलवायु परिवर्तन पूरी पृथ्वीवासियों के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। ऐसे में पृथ्वी के अमूल्य धरोहरों वायुमंडल वनस्पति, खनिज आदि को बचाना मनुष्य का कर्तव्य हो गया है। यदि हमें पृथ्वी पर्यावरण को बचाना है, खुद को बचाना है तो फिर से अपनी जीवन शैली को संतुलित बनाये जाने की जरूरत है।
इस अवसर पर वन विभाग के उपमंडल अधिकारी कृष्णा निवाला ने कहा कि एक लक्ष्य बनाकर छोटे-छोटे प्रयास सामूहिक रूप से करने से बहुत ही सुखद परिणाम प्राप्त होते हैं यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि मेरे अकेले के करने से क्या काम होगा। हम जीवन में एक पेड़ अवश्य लगायें और उसकी पालना करें।
प्रेरक वक्ता ब्रह्माकुमार शक्तिराज भाई (माउंट आबू) ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान पर्यावरण के क्षेत्र में ”कल्पतरुह” अभियान, ”जल जन जागृति” एवं ”नशा मुक्त भारत” अभियान आदि के माध्यम से भारत सरकार के साथ मिलकर अनेक प्रकार से प्रयास कर रही है। इसके अंतर्गत लाखों पौधों का रोपण किया गया है। इन प्रयासों के अलावा ब्रह्माकुमारीज के लाखों सदस्यों द्वारा प्रतिदिन धरती माँ को सुरक्षित रखने के लिए अपने पवित्र एवं सकारात्मक चिंतन के द्वारा शुद्ध विचारों के प्रकम्पन्न फैलाये जाते हैं।
माउंट आबू के ब्रह्माकुमार चेतन भाई ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज का राजयोग मेडिटेशन पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। इस मौके पर प्रसिद्ध गायक हरीश मोयल ने अपनी शुभकामना देते हुए सुंदर भजन की प्रस्तुति दी । प्रेम नगर सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी शशि बहन ने पर्यावरण की रक्षा एवं जल संरक्षण के लिए प्रतिज्ञा संकल्प दिलवाया।
ज्ञानशिखर के सातवें वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य में इंदौर की वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की। शक्ति निकेतन छात्रावास की कुमारीयों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी अनीता दीदी ने किया। इस मौके पर सैंकडों की संख्या में ब्रह्माकुमारी बहनें और भाई उपस्थित थे।