देहरादून । सप्रेसमीडिया. इन । प्रख्यात पर्यावरणविद्, गांधी विचारक एवं चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा की हालत चिंताजनक बनी हुई है। एम्स ऋषिकेश में भर्ती श्री बहुगुणाजी को कल दोपहर में आइसीयू में शिफ्ट किया गया। श्री बहुगुणाजी के बेटे श्री राजीव नयन बहुगुणा ने बताया कि वे लगातार खांसी, बुखार से पीडि़त है। उनका आक्सीजन का स्तर पर घट- बढ़ रहा है। एम्स की आइसीयू में तैनात चिकित्सकों की टीम उनके स्वास्थ्य की नियमित निगरानी कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एम्स ऋषिकेश के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि श्री बहुगुणाजी की रिपोर्ट से पता चला है कि उनके फेफड़ों के साथ-साथ खून में संक्रमण की शिकायत है। किडनी में भी हल्का संक्रमण पाया गया है। उम्रदराज होने के कारण उन्हें कोई भी दवा सावधानीपूर्वक दिए जाने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि 95 वर्षीय पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा को बीते शनिवार को कोरोना संक्रमित होने के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती किया गया था, जब उन्हें यहां लाया गया था तो उनकी हालत स्थिर थी। सोमवार की सुबह उन्हें ऑक्सीजन की अत्यधिक आवश्यकता पड़ी। इस कारण उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया।
एम्स से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह सुंदरलाल बहुगुणा को ऑक्सीजन की अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। सुबह नौ बजे उन्हें 10 लीटर ऑक्सीजन पर रखा गया था। शाम को सात बजे उन्हें छह लीटर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। रात आठ बजे ऑक्सीजन सपोर्ट घटकर चार लीटर पर आ गया था। उन्होंने बताया कि उनके शरीर में ऑक्सीजन की आवश्यकता को देखते हुए निरंतर उतार चढ़ाव आ रहा है, जिसे चिंताजनक माना गया है।
उन्होंने बताया कि जब बहुगुणा यहां भर्ती किए गए थे, तब वह माइल्ड कोविड की स्थिति में थे। सोमवार को उनकी स्थिति मोड्रेड कोविड की गई है। चिकित्सकों की टीम स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव को देखकर सतर्क हो गई है। उन्हें अगर लाइफ सपोर्ट की जरूरत पड़ती है तो उसकी भी तैयारी एम्स प्रशासन ने की है।
देशभर के पर्यावरण प्रेमी भी उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंतित है। देशभर से कई वरिष्ठ सर्वोदयी कार्यकर्त्ताओं, गांधीवादी चिंतकों, पर्यावरणविदों ने शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।