पठानकोट, 11 सितंबर। गांधी विचारधारा का राष्ट्रीय संगठन सर्व सेवा संघ (अखिल भारत सर्वोदय मंडल)का 90वां दो दिवसीय अधिवेशन आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर 11 सितम्बर को प्रस्थान आश्रम, पंजाब के पठानकोट में शुरू हुआ। अधिवेशन का उद्घाटन गांधी, विनोबा, जयप्रकाश के चित्र पर माल्यार्पण कर अतिथियों ने किया। प्रस्थान आश्रम के मंत्री कीर्ति मित्तल के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि सर्व सेवा संघ गांधी विचार का राष्ट्रीय संगठन है। इसकी स्थापना मार्च 1948 में देशरत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता, आचार्य विनोबा, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, आचार्य कृपलानी, पंडित जवाहरलाल नेहरु, डॉ. ज़ाकिर हुसैन, संत तुकड़ोजी  महाराज आदि राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति में हुए सम्मेलन के निर्णय के अनुसार हुआ है। तब से लेकर हम गांधी मूल्यों के प्रचार-प्रसार ,भूदान, ग्रामदान, प्राकृतिक चिकित्सा, जल -जंगल-जमीन, स्वदेशी , नई तालीम, जैविक कृषि,सांप्रदायिक सद्भाव, भाईचारा आदि के क्षेत्र में सक्रिय हैं ।

आज देश जब एक विषम परिस्थिति से गुजर रहा है, मणिपुर जल रहा है और इस्राइल-फिलिस्तीन संघर्ष ने दुनिया को विश्व युद्ध के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है, गांधी विचारों पर हमले हो रहे हैं, इस अधिवेशन का विशेष महत्व है।

सर्वोदय आंदोलन में पंजाब  का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आचार्य विनोबा भावे के आह्वान पर पंजाब की जनता ने भूमिहीनों के लिए 5168 एकड़ जमीन दान दी। यहां खादी के उत्पादन और प्रशिक्षण के भी उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।  आचार्य विनोबा द्वारा स्थापित छः आश्रमों में से एक ‘प्रस्थान आश्रम’ पठानकोट में है। इसकी स्थापना 1959 में हुई। गांधी वादी सत्यम भाई तथा यशपाल मित्तल ने आश्रम के कार्यों को आगे बढ़ाया और पूरे पंजाब में सद्भावना और शांति की अलख जगाते रहे। पंजाब के मुख्यमंत्री  डॉ. गोपीचंद भार्गव, भीमसेन सच्चर और कॉमरेड रामकिशन का सर्वोदय आंदोलन के साथ अभिन्न संबंध थे। उन्होंने खादी को आगे बढ़ाने तथा सर्वोदय केन्द्रों की स्थापना के लिए एक स्वयंसेवक की तरह काम किया। वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह आज देश का हर तबका राजनीतिक अस्थिरता से पैदा हुए हालातों से परेशान है। ऐसे समय में सर्व सेवा संघ का 90वां अधिवेशन  महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है।  इससे देश को कई क्षेत्रों को मार्गदशन मिलेगा और बापू के रास्ते कोई हल निकलेगा।संचालन आचार्य विनोद स्वरुप ने किया।

अधिवेशन को महात्मा गांधी के सेवाग्राम आश्रम के अध्यक्ष तथा महाराष्ट्र भूदान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आबा काम्बले, सर्वोदय समाज के संयोजक तथा कांगड़ा बैंक के अध्यक्ष लक्ष्मीदास, सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी अरविंद रेड्डी, विदर्भ भूदान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष, वेरुलकर गुरुजी, विभिन्न प्रदेश, जिला सर्वोदय मंडलों के अध्यक्ष, संयोजक, लोकसेवक, सर्वोदय मित्र, डा मो आरिफ, गांधी प्रेमी अहमदिया समाज के लोगों आदि ने संबोधित किया।

अध्यक्षता वेरूलकर गुरु जी व संचालन आचार्य विनोद स्वरूप ने किया। इस अवसर पर संत विनोबा के जीवन दर्शन पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कालेज के छात्र छात्राएं शामिल हुईं। पिछले पूरी अधिवेशन व साल भर कार्य का प्रतिवेदन डा आनंद किशोर ने प्रस्तुत किया साथ ही दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई। अधिवेशन में देश भर से 150  से अधिक सर्व सेवा संघ के लोक सेवक, सर्वोदय मित्र, कार्यकर्ता आदि शामिल थे।