नई दिल्ली, 28 मार्च। वरिष्ठ पत्रकार और जनसत्ता के पूर्व संपादक श्री ओम थानवी को नई दुनिया फाउंडेशन का प्रभाष जोशी की स्मृति में स्थापित पहला ‘प्रभाष जोशी-नई दुनिया मीडिया फॉर यूनिटी अवार्ड 2025 से सम्मानित किया जाएगा। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उन्हें निष्पक्ष, निर्भीक और सामाजिक न्याय की पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए प्रदान किया जा रहा है।
नई दुनिया फाउंडेशन द्वारा स्थापित इस पुरस्कार का उद्देश्य उन पत्रकारों और मीडिया कर्मियों को सम्मानित करना है, जिन्होंने समाज में न्याय, शांति और सौहार्द्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस पुरस्कार का निर्णय एक विशिष्ट जूरी द्वारा लिया गया, जिसकी अध्यक्षता भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एस. वाई. कुरैशी ने की।
फाउंडेशन के अध्यक्ष, नई दुनिया (उर्दू) के संपादक और पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र के अनुसार, यह पुरस्कार श्री थानवी को 19 अप्रैल को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में एक समारोह में प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर प्रसिद्ध कवि, गीतकार और पटकथा लेखक श्री जावेद अख्तर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और स्वतंत्र तथा निष्पक्ष मीडिया की महत्ता पर अपना संबोधन देंगे।
श्री ओम थानवी भारतीय पत्रकारिता जगत का एक प्रतिष्ठित नाम हैं। वे लंबे समय तक प्रतिष्ठित समाचार पत्र ‘राजस्थान पत्रिका’ और ‘जनसत्ता’ के संपादक रहे हैं। वे साहित्य, कला, सिनेमा, रंगमंच, पुरातत्त्व, नृतत्त्वशास्त्र, समाजविज्ञान, इतिहास और पर्यावरण में गहरी रुचि रखते हैं। वे एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के महासचिव रह चुके हैं। हिंदी पत्रकारिता में योगदान के लिए ओम थानवी को वर्ष 2003 में भारत के 11वें राष्ट्रपति ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम’ द्वारा ‘गणेशशंकर विद्यार्थी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। वहीं सिंधु घाटी सभ्यता के महान केंद्र मोहनजोदड़ो पर लिखी उनकी पुस्तक ‘मुअनजोदड़ो’ को प्रतिष्ठित ‘सार्क साहित्य सम्मान’ और केके बिड़ला फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2014 के ‘बिहारी पुरस्कार’ से नवाजा गया था। इसके अलावा उन्हें हल्दीघाटी सम्मान, माधवराव सप्रे राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार, हिंदी अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
उनकी लेखनी ने हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों, सामाजिक सद्भाव और निष्पक्ष पत्रकारिता को बल दिया है। उन्होंने पत्रकारिता में पारदर्शिता और सत्य के पक्ष में अडिग रहने का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उनका योगदान केवल पत्रकारिता तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वे साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे हैं। उनकी लिखी पुस्तकें और लेखन समाज में वैचारिक चेतना लाने में सहायक रहे हैं। यह सम्मान उनके दशकों के अथक परिश्रम और पत्रकारिता के उच्च मानदंडों के प्रति उनकी निष्ठा का प्रमाण है।
उल्लेखनीय है कि नई दुनिया फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भारतीय समाज में न्याय, शांति और सौहार्द्र को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। यह संगठन स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता को समर्थन देने के साथ-साथ उन पत्रकारों को सम्मानित करता है, जिन्होंने समाज में समरसता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फाउंडेशन हर वर्ष ‘मीडिया फॉर यूनिटी अवार्ड’ के तहत विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए पुरस्कार प्रदान करता है।