नई दिल्ली, 11 सितंबर। प्रसिद्ध आर्य संन्यासी एवं समाजसेवी स्वामी अग्निवेश की हालत इस समय बहुत गंभीर हो गई है। वे पिछले कई दिनों से वसंतकुंज के इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेस (ILBS) अस्पताल में भर्ती है। वह लिवर सिरोसिस से पीड़ित हैं और इलाज के दौरान उन्हें मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। वे पिछले 2—3 दिनों से वेंटिलेटर पर हैं लेकिन उनकी स्थिति बहुत चिंताजनक है। 79 वर्षीय स्वामी अग्निवेशजी पिछले दो दिनों से बिल्कुल अचेत हैं। यह जानकारी स्वामीजी के अभिन्न मित्र डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने दी है।
समाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने वाले स्वामी अग्निवेश ने 1970 में अग्निवेश ने आर्य सभा नाम की राजनीति पार्टी बनाई थी। 1977 में वह हरियाणा विधानसभा में विधायक चुने गए और हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे। 1981 में उन्होंने बंधुआ मुक्ति मोर्चा नाम के संगठन की स्थापनी की। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या और महिलाओं की मुक्ति जैसे कई समाज सुधार आंदोलन भी चलाए है। वे नर्मदा बचाओ आंदोलन के साथ भी जुडे रहे है। बाद में उन्होंने 2011 में अन्ना हजारे की अगुवाई वाले भ्रष्टाचार-विरोधी आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। हालांकि, बाद में मतभेदों के चलते वह इस आंदोलन से दूर हो गए थे। वे धर्मों के मामलों पर होने वाली चर्चाओं में खास तौर पर शामिल होते रहे हैं।
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