लंदन, 16 मार्च 2025। जल संरक्षण के क्षेत्र में अपने अद्वितीय कार्यों के लिए पानी वाले बाबा के नाम से ख्यात राजेन्द्र सिंह ने बकिंघम पैलेस, लंदन में यूनाइटेड किंगडम के किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की। इस भेंट के दौरान श्री सिंह ने किंग चार्ल्स को मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र में किए गए जल संरक्षण कार्यों की जानकारी दी और उन्हें चंबल आने का औपचारिक निमंत्रण दिया।
“पानी पंचायत” पुस्तक पर चर्चा
मुलाकात के दौरान मेगसेसे पुरस्कार से सम्मानित राजेन्द्र सिंह ने किंग चार्ल्स तृतीय को अपनी चर्चित पुस्तक “पानी पंचायत” के पांचों अध्यायों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से चौथे अध्याय को दिखाया, जिसमें किंग चार्ल्स तृतीय के अरवरी नदी भ्रमण की तस्वीरें थीं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए किंग चार्ल्स तृतीय ने कहा “राजेन्द्र, तुम्हारा कार्य बहुत महत्वपूर्ण है और इसे आगे बढ़ाना चाहिए।”
चंबल में जल पुनर्जीवन और सामाजिक परिवर्तन
राजेन्द्र सिंह ने किंग चार्ल्स तृतीय को आमंत्रित करते हुए कहा कि उनकी पिछली भारत यात्रा के दौरान उन्होंने अरवरी नदी का दौरा किया था, लेकिन अब चंबल क्षेत्र में कई अन्य छोटी नदियों को भी पुनर्जीवित किया गया है। उन्होंने बताया कि इन नदियों के पुनर्जीवन से न केवल जल स्रोतों की बहाली हुई है, बल्कि स्थानीय समुदायों के जीवन में भी बड़ा बदलाव आया है। “जो लोग पहले हिंसक गतिविधियों में शामिल थे, वे अब खेती और पशुपालन से जुड़ चुके हैं और शांति के दूत बन गए हैं। आपके चंबल आगमन से उन्हें बहुत सम्मान मिलेगा,” श्री सिंह ने कहा।
किंग चार्ल्स तृतीय और जल संरक्षण
किंग चार्ल्स तृतीय पर्यावरण संरक्षण और जल पुनर्भरण के समर्थक रहे हैं। वे लंबे समय से सतत विकास और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में उनका चंबल क्षेत्र का दौरा भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच पर्यावरणीय सहयोग को और मजबूत करेगा।
राजेन्द्र सिंह की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि यह मुलाकात वैश्विक स्तर पर जल संरक्षण के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगी।