आपने अक्सर विज्ञान कथाओं पर आधारित फिल्मों में देखा होगा कि कैसे दो नज़दीकी प्रजातियां संकरण से एक विशाल जीव का रूप ले लेती हैं और निरंतर अनियंत्रित विकास करने लगती हैं। कुछ ही ऐसा मामला अब पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया स्थित शार्क बे में सामने आया है।
हाल ही में शोधकर्ताओं ने इस क्षेत्र में एक ऐसा संकर पौधा खोज निकाला है जो 180 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। तुलना की जाए तो यह आकार में उज्जैन शहर से बड़ा है।गौरतलब है कि वैज्ञानिकों ने दो वर्ष पूर्व एक ऐसी समुद्री घास की खोज की थी जिनमें उन्हें पोसाईडन रिबन वीड(पोसिडो निया ऑस्ट्रेलिस) का क्लोन प्राप्त हुआ था। इसमें सामान्य 20 की बजाय 40 गुणसूत्र थे। वैज्ञानिकों का अनुमान था कि आधे गुणसूत्र तो रिबन वीड के हो सकते हैं जबकि आधे किसी अज्ञात प्रजाति के। देखा जाए तो इन अतिरिक्त गुणसूत्रों ने इस संकर प्रजाति को जीवित रहने में बहुत अधिक लाभ प्रदान किया। प्रोसीडिंग्स ऑफ दी रॉयल सोसाइटी बी में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार सर्वेक्षण किए गए 10 समुद्री घास के दलदलों में से 9 में इस क्लोन ने कब्ज़ा कर लिया है।
यह क्लोन सबसे बड़े कवक और सबसे लंबे समुद्री जीव की तुलना में 15 गुना अधिक विशाल है। टीम का अनुमान है कि यह क्लोन 4500 साल पहले वजूद में आया होगा और तभी से निरंतर फैल रहा है। इस तरह से यह पृथ्वी के सबसे पुराना जीवों में से एक है हालांकि यह पृथ्वी के सबसे पुराने अलेरिस वृक्ष जितना पुराना तो नहीं है। गौरतलब है कि शार्क बे ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी किनारे पर है जहां का पर्यावरण इस घास के जीवित रहने के लिए अनुकूल
है। वैसे तो ग्लोबल वार्मिंग के कारण पौधों का विकास काफी कठिन हो गया है। कम वर्षा और उच्च वाष्पीकरण दर के कारण भी पानी अधिक खारा हो गया है। लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि क्लोन में अतिरिक्त जीन्स इन परिवर्तनों केप्रति अनुकूलन का एक तरीका हो सकता है।