एनजीओ की बढती अप्रासंगिकता

‘सेवा,’ ‘विकास,’ ‘राजनीतिक प्रशिक्षण’ और ‘गैर-दलीय राजनीति’ के इन विभिन्‍न सोपानों से गुजरे और मौजूदा भेडियाधसान में ‘एनजीओ’ पुकारे जाने वाले इन व्‍यक्तियों, समूहों...

हम किस ‘सीमा’ तक चीनी नाराज़गी की परवाह करना चाहते हैं...

सवाल केवल इतना भर नहीं है कि प्रधानमंत्री ने दलाई लामा को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएँ प्रेषित नहीं कि जबकि पिछले वर्ष बौद्ध धार्मिक...

हिमालय: “विकास” याने पागल दौड़

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इन दिनों देश में विकास का प्रकृति, पर्यावरण के साथ जबरदस्त संघर्ष चल रहा है। मानो एक युद्ध ही अनवरत चल रहा हो।...

महेश्वर परियोजना : निजीकरण के निर्णायक सबक

पिछले दिनों मध्‍यप्रदेश में नर्मदा की मुख्‍य धारा पर बनने वाली ’श्रीमहेश्‍वर जल-विद्युत परियोजना’ से किया गया राज्‍य सरकार का विक्रय-समझौता रद्द कर दिया...

बच्चों की सुरक्षा व सम्मान का सवाल

दुनिया का सुनहरा भविष्य कहे जाने वाले तकरीबन 43 करोड़ बच्चे भारत में रहते हैं। जो भारत की कुल आबादी का एक तिहाई और...

देश में स्वास्थ्य सेवाओं के राष्ट्रीयकरण की जरूरत

कोरोना के बाद का भारत विषय पर आयोजित 4  दिवसीय वेवनार सम्‍पन्‍न समाजवादी समागम, वर्कर्स यूनिटी,...