जमीन पैसे की नहीं, प्राण की चीज
आचार्य विनोबा
मानव के लिए सबसे खतरनाक चीज अगर कोई है तो वह है, उसकी जमीन से उखड़ना। जैसे हर एक पेड़ का मूल जमीन...
बारहनाजा : पौष्टिकता और औषधीय गुणों से भरपूर
बारहनाजा शब्द आपको किसी शब्दकोश में ढूंढ़ने से नहीं मिलेगा। यह शब्द कृषि विज्ञानियों के मानस में भी नहीं है, किंतु पारंपरिक कृषि विज्ञान...
पत्थरों की रिसती धूल से साँसों में जमती मौत
सिलिकोसिस एक लाईलाज बीमारी है और जब एक बार व्यक्ति का प्रमाणीकरण हो गया है कि वह सिलिकोसिस का ही मरीज है, तो फिर...
जरूरत है गरीबजनों के लिए सस्ती दवाईयों की
बाजार प्रोत्साहन में अरुचि के परिणाम स्वरूप बीमारियों के अनुसंधान में भारी कमी और असमानता है, जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा समाज की उपेक्षित आबादी...
फ्रंटलाइन वॉरियर बन महात्मा गांधी ने महामारी को हराया था
महात्मा गांधी ने जब महामारी से लड़कर लोगों को बचाने का फैसला किया था तब वह अकेले ही थे लेकिन लोगों का उन पर...
अब किसी आपातकाल की औपचारिक घोषणा नहीं होने वाली है।
बुखार और आपातकाल दोनों ही सूचना देकर नहीं आते। लक्षणों से ही समझना पड़ता है। वैसे भी अब किसी आपातकाल की औपचारिक घोषणा नहीं...