गांधी जयंती : गांधीजी की फकीरी
आम लोगों से भिन्न गांधीजी का पहनना-ओढ़ना भी एक व्यापक राजनीतिक-सामाजिक कार्रवाई का हिस्सा होता था। दक्षिण भारत की यात्रा के दौरान पारंपरिक काठियावाडी...
155 वीं गांधी जयंती : याद रखें हम गांधीजी को
अपने रोजमर्रा के आम-फहम जीवन से लगाकर दुनिया भर के ताने-बाने तक, गांधी की दखल बेहद प्रासंगिक और जरूरी दिखाई देती है। एक...
महात्मा गांधी : व्यक्ति नहीं, एक विचार
आचार्य विनोबा भावे
गांधी को समझने के लिए विनोबा से बेहतर कौन हो सकता है? जिन्हें खुद गांधी ने ‘पहला सत्याग्रही’ माना हो, वे गांधी...
Treewilding Book : वनों की बहाली केवल वृक्षारोपण से संभव नहीं
पेड़ों का अस्तित्व धरती पर लगभग 40 करोड़ वर्षों से है। तब से पेड़ कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर चुके हैं। चाहे वह...
रांची में तीस हस्तियां अनुपम मिश्र राष्ट्रीय पर्यावरण सेवी सम्मान से...
लोकशक्ति को जागरूक कर ही बचाया जा सकता है पर्यावरण : सम्मानित हस्तियों का वक्तव्य
रांची, 30 सितंबर। देश को खुशहाल बनाने के लिए न...
इतिहास : सौ साल पहले पुणे के अस्पताल में हुआ था...
पुणे के एक अस्पताल के जिस वार्ड में गांधी जी का ऑपरेशन हुआ था उसे राष्ट्रीय स्मारक के रूप में विकसित किया जा रहा...