Instagram
साइन इन करें
  • होम
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लोकतंत्र
  • वैश्विक पर्यावरण
    • जल, जंगल, जमीन
    • बांध और विस्‍थापन
    • वन्‍य जीव एवं जैव विविधता
  • स्थायी स्तम्भ
  • समसामयिक
    • राजनीति
    • कोरोना
    • विचार
  • विविध
    • गांधी दर्शन और विचार
    • आदिवासी समाज
    • कला और संस्‍कृति
    • कृषि संसार
    • जनआंदोलन
    • शिक्षा
    • शख्सियत
  • समाचार
  • स्वैच्छिक सेवा शुल्क
  • हमारे बारे में …
साइन इन करें
स्वागत हे!अपने खाते में प्रवेश करें
अपना पासवर्ड भूल गए?
पासवर्ड की दोबारा प्राप्ति
अपना पासवर्ड रिकवर करें
खोजें
Sunday, May 11, 2025
  • साइन इन/ ज्वाइन करें
  • समाचार
  • हमारे बारे में
  • संपर्क करें
साइन इन करें
आपका स्वागत है! अपने अकाउंट पर लॉग इन करें
Forgot your password? Get help
पासवर्ड की दोबारा प्राप्ति
अपना पासवर्ड रिकवर करें
एक पासवर्ड आपको ईमेल कर दिया जाएगा।
सप्रेस सर्वोदय प्रेस सर्विस - फीचर्स सेवा के छ: दशक
  • होम
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लोकतंत्र
    • लोकतंत्र

      दिलों को बांटता ‘द्वि-राष्ट्र सिद्धांत’

      लोकतंत्र

      आर्थिक नीति : व्यापार की बदहाली और भारत

      लोकतंत्र

      आतंकवाद के खिलाफ साझा स्वर : जब देश एकजुट होता है,…

      लोकतंत्र

      National Panchayati Raj Day : सशक्त पंचायतों से ही बनेगा विकसित…

      कानून

      डॉ. अंबेडकर : संवाद के पक्षधर, द्वंद्व के विरोधी

  • वैश्विक पर्यावरण
    • जल, जंगल, जमीन

      सहायक नदियों के प्रति सरोकार की जरूरत

      जल, जंगल, जमीन

      पहाड़ों में आपदा

      जल, जंगल, जमीन

      विकास की दौड़ में हरियाली की पुकार : जंगल बचेंगे तभी…

      अंतरराष्ट्रीय

      संवेदनहीन विकास और संकट में पृथ्वी का भविष्य

      वैश्विक पर्यावरण

      भारत का भू-सांस्कृतिक मानचित्र : संस्कृति और प्रकृति की समरसता का…

    • जल, जंगल, जमीन
    • बांध और विस्‍थापन
    • वन्‍य जीव एवं जैव विविधता
  • स्थायी स्तम्भ
  • समसामयिक
    • राजनीति
      • कानून

        Waqf Amendment Act : वक्फ-संशोधन के बहाने

        अंतरराष्ट्रीय

        चौथी दुनिया और ट्रम्प की मृगमरीचिका : वैश्विक शक्ति की बदलती…

        राजनीति

        पुलवामा के सवाल अनुत्तरित हैं ! बैसरन के जवाब मिलेंगे क्या…

        राजनीति

        कैसे रूक पायेगा राजनीति में बढ़ता अपराधीकरण

        राजनीति

        भारतीय अर्थव्यवस्था : किनके लिए अर्थ-व्यवस्था ? 

    • कोरोना
      • कोरोना

        Health : मधुमेह – कोविड की विरासत

        कोरोना

        बूस्टर डोज़ का महत्व निजी नहीं, सार्वजनिक है

        कोरोना

        विवाद में मौतें : कोविड की कहानी

        अंतरराष्ट्रीय

        विश्व भर में कोविड से मरने वालों की संख्या लगभग 1.8…

        अंतरराष्ट्रीय

        शोध : कोविड संक्रमित लाखों लोगों को हृदयाघात की संभावना अधिक

    • विचार
  • विविध
    • गांधी दर्शन और विचार
    • आदिवासी समाज
    • कला और संस्‍कृति
    • कृषि संसार
    • जनआंदोलन
    • शिक्षा
    • शख्सियत
  • समाचार
    • जल, जंगल, जमीन

      पानी, प्रकृति और परिवर्तन के 50 साल,तरुण भारत संघ का स्वर्ण…

      समाचार

      व्‍यारा के सरकारी अस्‍पताल और मेडिकल कॉलेज के निजीकरण के खिलाफ…

      समाचार

      बागी से जलदूत बने सैरनी के योद्धा : जलदूतों को नदी…

      समाचार

      एक कैमरा, एक युग : प्रख्यात फोटो जर्नलिस्ट रोशन लाल चोपड़ा…

      गांधी दर्शन और विचार

      लोकतंत्र की कसौटी पर युवा मन : औरंगाबाद में जुटेंगे देशभर…

  • स्वैच्छिक सेवा शुल्क
  • हमारे बारे में …
होम टैग्स मेवात

टैग: मेवात

जल, जंगल, जमीन

विरासत स्वराज यात्रा : महात्मा गांधी का मेवात में जौहर

राजेन्द्र सिंह - January 18, 2022 0

संपादक की पसंद

दिलों को बांटता ‘द्वि-राष्ट्र सिद्धांत’

लोकतंत्र May 11, 2025

वन्‍य जीवन : बाघों के बहाने वीरान होते गांव

जल, जंगल, जमीन May 11, 2025

पानी, प्रकृति और परिवर्तन के 50 साल,तरुण भारत संघ का स्वर्ण...

जल, जंगल, जमीन May 10, 2025

लोकप्रिय पोस्ट

कठपुतली कला : विलुप्त होती लोक कला को पुनर्जीवित करने की...

समसामयिक March 20, 2022

क्‍या गौरव करने लायक बचा है, लोकतंत्र?

लोकतंत्र October 3, 2020

श्राद्ध-पक्ष : कौन है ‘फूलधारी’ पौधों का पूर्वज?

ताजा आलेख October 14, 2023

लोकप्रिय श्रेणी

  • समसामयिक583
  • समाचार506
  • विचार427
  • वैश्विक पर्यावरण229
  • शख्सियत217
  • गांधी दर्शन और विचार213
  • जल, जंगल, जमीन149
  • समाज139
  • स्‍वास्‍थ्‍य134
Sarvodaya Press Service
हमारे बारे में
सर्वोदय प्रेस सर्विस (सप्रेस) फीचर एजेंसी के रूप में अपनी स्थापना के 61 वें वर्ष में प्रवेश किया है । सप्रेस का 60 वर्षों का सफर अखबारों, पत्र-पत्रिकाओं, गांधीवादी संस्थाओं, जनसंगठनों, स्वैच्छिक संगठनों, स्‍नेहीजनों आदि के भावपूर्णस्नेह एवं सहयोग से ही संभव हो सका है। सप्रेस का हमेशा प्रयास रहा है कि मीडिया में सामाजिक सरोकारों से संबंधित विषयों पर लिखी सामग्री नियमित रूप से पहुंचे तथा समाज से जुडे मुद्दों को आम जनता के बीच मुखरता से उभारा जाए और वे विमर्श का हिस्सा बन सके। ‘सप्रेस’ ने अब तब अपने पूरे कलेवर में एक तटस्थ संस्थान बनने का प्रयास किया है, जो कि रचनात्‍मक समाज, विकास संबंधी विचारों एवं समाचारों को जनमानस के सम्मुख लाने के लिए समर्पित है।
हमें संपर्क करें: अगर आप कोई सूचना, लेख, ऑडियो-वीडियो या सुझाव हम तक पहुंचाना चाहते हैं तो इस ईमेल आईडी पर भेजें contact@spsmedia.in
  • हमारे बारे में
  • संपर्क करें
Copyright © Sarvodaya Press Service - Features Agency 2020 . All Rights Reserved.